"बोल बम बोल बम" का जाप कांवरियों के लिए बोल बम तीर्थयात्रा के दौरान अपनी भक्ति व्यक्त करने और भगवान शिव से आशीर्वाद लेने का एक तरीका है। इसे भगवान शिव से जुड़ा एक पवित्र मंत्र माना जाता है और यह तीर्थयात्रियों के बीच आध्यात्मिक माहौल बनाता है।
"बोल बम बोल बम" का जाप हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह एक शिव भक्ति मंत्र है और शिव जी को समर्पित है। यह मंत्र श्रावण मास के दौरान विशेष रूप से जाप किया जाता है, जब भगवान शिव का विशेष उत्सव मनाया जाता है। "बोल बम बोल बम" के जाप का कुछ महत्वपूर्ण तत्व निम्नलिखित हैं:
शिवात्मक आनंद: "बोल बम बोल बम" के जाप का महत्वपूर्ण तत्व उच्चारण करने वाले व्यक्ति को शिवात्मक आनंद प्रदान करना है। इस मंत्र के जाप के द्वारा भक्त शिव की उपासना में खो जाता है और उनके अंतर्यात्मा के साथ एकता महसूस करता है। यह मंत्र शिव के भक्तों को मानसिक और आध्यात्मिक स्थिति में उन्नति देता है।
शिवभक्ति का प्रतीक: "बोल बम बोल बम" के जाप का महत्वपूर्ण अस्तित्व यह है कि यह शिवभक्ति का प्रतीक है। भक्त इस मंत्र को जाप करके शिव की पूजा और सेवा करते हैं और अपने जीवन को उनकी उपासना में समर्पित करते हैं। यह मंत्र शिव के प्रतिष्ठित भक्तों द्वारा प्रयोग किया जाता है और इसे शिवपूजा के दौरान जपा जाता है।
शक्ति के स्रोत: "बोल बम बोल बम" के जाप से भक्त अपार आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त करता है। इस मंत्र के द्वारा जप करने से मन शुद्ध होता है और विचारों का एकाग्रता बढ़ता है। इस मंत्र का जाप करने से भक्त को शक्तिशाली एवं स्थिर मानसिक स्थिति प्राप्त होती है, जिससे वह जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकता है।
समर्पण और अनुयायों का संगठन: "बोल बम बोल बम" के जाप से भक्त अपना समर्पण और अनुयायों के संगठन के प्रतीक के रूप में दिखाता है। यह मंत्र भक्त के अंतर्मन को शिव के प्रति संकल्पित करता है और उसे अपने दायित्वों का पालन करने के लिए प्रेरित करता है। भक्त शिव की भक्ति के माध्यम से समाज में एकता, प्रेम, और सेवा के संदेश को प्रसारित करने का संकल्प लेता है।
इस प्रकार, "बोल बम बोल बम" के जाप का अपार महत्व है।